Tamilnadu ki Rajdhani kya hai | तमिलनाडु की राजधानी क्या है

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दोस्तों आज हम आपको Tamilnadu ki Rajdhani kya hai इसके बारे में बताने वाले है क्या आपको Tamilnadu ki Rajdhani kaha hai इसके बारे में जानने में इंट्रेस्ट है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें जिससे The Capital of tamil nadu के बारे में अच्छे से समझ आ सके क्यूंकि इस आर्टिकल में हम आपको Tamilnadu ki Rajdhani kya hai इसके बारे में बहुत ही विस्तार से जानने की कोसिस किये है

Tamilnadu ki rajdhani kya hai

इस आर्टिकल में आप Tamilnadu ki rajdhani kya hai ये तो जानेगे ही साथ में Tamilnadu से जुडी बहुत सारी जानकारी आपको पता चलेगी जैसे Tamilnadu की इतिहास और भूगोलिक स्थित, र्यटन स्थल और भी बहुत कुछ इसी लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने की कोसिस करें

तमिलनाडु की राजधानी क्या है (Tamilnadu ki Rajdhani kya hai)

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई है। चेन्नई को मद्रास के नाम से भी जाना जाता है। तमिलनाडु में चेन्नई नाम का एक जिला भी है जो चेन्नई राजधानी से बिल्कुल सटा हुवा है। शैक्षिक केंद्र, आर्थिक और सांस्कृतिक के रूप के अनुसार यह दक्षिण भारत का सबसे बड़ा शहर है। यह शहर अपनी सुंदरता को प्रदर्शित करते हुवे बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर स्थित है।

तमिलनाडु की राजधानी का नामकरण

चेन्नई को सबसे पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था। माना जाता है कि प्राचीन समय में यहाँ के लोग इस क्षेत्र का नाम मद्रासपट्नम से लिए थे मद्रासपट्नम स्थल, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा चुना गया स्थायी निवास स्थल था। इस समय तक यह इलाका काफी बड़ा नही था

पर इसी क्षेत्र के  दक्षिण में स्थित चेन्नपट्नम नामक एक गाँव था जो बाद में इसे मद्रासपट्नम इलाके में ही मिला दिया गया और इसे एक नाम ‘मद्रास’ दिया गया। परंतु “मद्रास” शब्द को पुर्तगी नाम माना जाता था इसलिए यहाँ के लोग इस क्षेत्र को  “चेन्नपट्नम” या “चेन्नपुरी” कह कर बुलाया करते थे।

मान्यता है कि मद्रास नाम “माद्रे-डि-सॉइस” नामक एक पुर्तगी सरकारी अफ़सर के नाम से लिया गया था परंतु 1996 ईस्वी में इस क्षेत्र का नाम  “चेन्नपट्नम” या “चेन्नपुरी” से बदलकर चेन्नई रख दिया गया। यह भी कहा जाता है की चेन्नई नाम तेलगु मूल का है जो इस क्षेत्र का तेलगु शासक दामरला मुदिरासा चेन्नप्पा नायकुडु के नाम पर रख गया था।

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तमिलनाडु की राजधानी का इतिहास

चेन्नई जिसे मद्रास भी कहा जाता है, सदियों से ही चोल शासकों का अधीन रहा था। साथ ही यह क्षेत्र दक्षिण भारत के बहुत से महत्त्वपूर्ण राजवंशों के केंद्र बिंदु भी रहा है जैसे कि यथा वंश, पल्लव साम्राज्य, पंड्या साम्राज्य, विजयनगर साम्राज्य, आदि।

जब इस क्षेत्र पर पल्लव साम्राज्य का शासन था तब मायलापुर उस समय का सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाह के रूप में जाना जाता था। 1522 में पुर्तगालियों के प्रवेश करने के बाद उसके द्वारा आधुनिक काल मे निर्मित साओ तोमे नामक बंदरगाह आज भी है। वर्तमान समय मे चेन्नई के उत्तर में स्थित पुलीकट नामक स्थान पर आज भी कुछ पुर्तगाली वंश के लोगों को देख जा सकता है

और इस समय इसी क्षेत्र पर डच इस्ट इंडिया कंपनी की नींव रखी गई थी। इतिहास के बारे में जाने तो सबसे बड़ी बात यह है कि प्रथम विश्व युद्ध (28 जुलाई 1914-11 नवंबर 1918) के दौरान मद्रास एकमात्र भारतीय शहर था जिस पर केंद्रीय शक्तियों द्वारा हमला किया गया था।

तमिलनाडु की राजधानी का भूगोलिक स्थित

स्थिति:- चेन्नई बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर स्थित है वहीं तमिलनाडु राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में एक समतल तटीय मैदान पर स्थित है। चेन्नई शहर समुद्र तल से 6.7 मीटर यानी कि 22 फीट ऊंचा है और इस शहर का सबसे उच्चतम बिंदु की ऊंचाई 60 मीटर यानी कि 200 फीट है।

भारत की राजधानी दिल्ली से चेन्नई लगभग 2,184 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वहीं यह शहर बंगलोर से 345 किलोमीटर की दूरी पर है। कूम नदी और अड्यार नदी चेन्नई की दो प्रमुख नदियां है। घरेलू और व्यावसायिक स्रोतों से निकलने वाले अपशिष्टों और कचरे के कारण आज यह नदियां काफी अधिक प्रदूषित हो चुकी है फिर भी कूम नदी को इस शहर का आंखों का रोशनी के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र की मिट्टी अधिकतर बलुवा पत्थर से बनी हुई है।

जलवायु:- चेन्नई में मुख्य रुप से उष्णकटिबंधीय आर्द्र और शुष्क जलवायु पाया जाता है। इस क्षेत्र में सबसे अधिक गर्मी अंतिम मई महीने से प्रारंभ होकर जून महीने तक होती है। और इन महीनों के बीच का समय अग्नि नक्षत्रम के रूप में माना जाता है। इस समय का अधिकतम तापमान 35–40 डिग्री सेल्सियस अर्थात 95–104 डिग्री फारेनहाइट तक होता है।

चेन्नई में ठंड का मैसम जनवरी महीने में पड़ती है और इस वक्त यहाँ का तापमान 19–25 डिग्री सेल्सियस अर्थात 66–77 डिग्री फारेनहाइट तक होता है। यहाँ का वार्षिक वर्षा दर 140 मिलीमीटर तक होती है। शहर में वर्षा उत्तर-पूर्वी मानसूनी हवाओं से होती है जो अक्टूबर के मध्य महीने से प्रारंभ होकर दिसंबर के मध्य महीने तक होती है और इन्ही महीने के बीच मे शहर में वर्षा भी होती है और बाढ़ भी आती है। चेन्नई की वर्षा दर पूर्वोत्तर मानसून पर निर्भर करता है क्योंकि इन्ही मौसम में शहर में लगभग 65% वर्षा होती है।

जनसंख्या:- 2011 जनगणना के अनुसार चेन्नई शहर की जनसंख्या 4,646,732 है। 2011 जनगणना के अनुसार शहर की जनसंख्या घनत्व 26,705 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। 2011 में हुई जनगणना के अनुसार चेन्नई मेगासिटी की जनसंख्या अर्थात जब सन् 2011 ईस्वी में शहर की सीमा बढ़ा कर 426 वर्गमील कर दी गई

तब इसकी जनसंख्या बढ़कर 7,088,000 हो गई और इसके परिणामस्वरूप शहर का जनसंख्या घनत्व 16,639 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर हो गया। यही कारण है कि वहां के सरकार ने चेन्नई नगर निगम का नाम बदलकर ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन कर दिया गया।

भाषा:- 2011 में हुई जनगणना के अनुसार तमिल बोलने वालों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 78.8% यानी कि 3,424,107 आबादी है, तेलगु बोलने वालों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 9.7% यानी कि कुल 419,209 आबादी है, उर्दू बोलने वालों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 4.1% यानी कि 1,80,245 है।

कुल जनसंख्या का 2.6% जनसंख्या यानी कि 113,828 आबादी माल्याणं भाषा का प्रयोग करते है वहीं कुल जनसंख्या का 2.4% आबादी यानी कि कुल 104,084 जनसंख्या हिंदी भाषा का प्रयोग करते है। 0.5% यानी कि कुल 22,250 लोग कनाडा भाषा का प्रयोग करते है। चेन्नई में कुल जनसंख्या का 3.7% आबादी अन्य देशों से आये हुवे श्रमिकों का है जो अपनी अपनी भाषा को बोलते है यानी कि 2011 जनगणना के अनुसार 250,000 आब्दी अपनी अपनी भिन्न भिन्न भाषा को बोलते है।

धर्म:- 2011 जनगणना के अनुसार चेन्नई में कुल जनसंख्या का 80.73% आबादी हिन्दू धर्म के अनुयायी है, 9.45% आबादी इस्लाम धर्म के अनुयायी है, 7.72% आबादी ईसाई धर्म के अनुयायी है और 1.11% जैन धर्म के अनुयायी है बाकी शेष 0.99% आबादी अन्य धर्मों को प्राथमिकता देते है।

तमिलनाडु की राजधानी का पर्यटन स्थल

मरीना बीच:- चेन्नई का मरीना बीच दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा और भारत का सबसे बड़ा और लंबा समुद्र तट है जो दक्षिण में बीसंत नगर से उत्तर में फोर्ट सेंट जॉर्ज तक फैली हुई है जो करीबन 12 किलोमीटर तक का क्षेत्रफल घेरता है। इस बीच को गवर्नर माउंटस्टुअर्ट एलफिंस्टन ग्रांट डफ ने सन् 1880 ईस्वी में पुनर्निर्मित किया था। इस बीच का आनंद उठाने के लिए लोग दूर दूर से भी यहाँ आते है यहाँ तक कि अन्य देशों के लोग भी इस बीच को देखने के लिए आते है।

इलियट का समुद्र तट:- चेन्नई के बेसेंट नगर में स्थित इलियट का समुद्र तट जिसे बेसेंट नगर समुद्र तट भी कहा जाता है। इसका नाम एडवर्ड इलियट के नाम पर रखा गया था। लोग अपने मनोरंजन के लिए यहाँ आय करते है।

मद्रास क्रोकोडाइल बैंक ट्रस्ट:- चेन्नई में स्थित एक साँप चिड़ियाघर के साथ साथ एक सरीसृप विज्ञान अनुसंधान केन्द्र भी है जो केंद्र सरकार द्वारा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अनुसार मान्यता प्राप्त पंजीकृत ट्रस्ट और एक चिड़ियाघर है।

इसका निर्माण विशेषकर तीन प्रकार के मगरमच्छ के जाती का लुप्त होने से बचाने के लिए किया गया था। यह करीब 8.5 एकड़ तक फैला हुआ है। आज यह एक प्रकार का पर्यटन स्थल भी है जहाँ लोग मनोरंजन के साथ सतग घूमने के लिए भी आते है।

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अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क:- चेन्नई के वंदलूर शहर में स्थित यह चिड़ियाघर करीब 602 हेक्टेयर यानी कि 1,490 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है जिसमे से 510 एकड़ यानी कि 1300 हेक्टेयर क्षेत्रफल तक केवल चिड़ियाघर का निर्माण हुआ है, जो भारत का सबसे बड़ा प्राणी उद्यान है। इसका निर्माण सार्वजनिक रूप से सन् 1855 में किया गया था

परन्तु इस चिड़ियाघर को 24 जुलाई 1985 को खोला गया था। 2018 की तुलना में यहाँ तकरीबन 2,644 जानवरों के साथ साथ 171 प्रजातियों को देखा जा सकता है। बहुत से लोग यहाँ घूमने के लिए आते है और यह ज़ू पर्यटकों को अपनी ओर काफी आकर्षित करती है।

गिंडी नेशनल पार्क:- यह भारत का 8वां सबसे छोटा नेशनल पार्क है जो तमिलनाडु के चेन्नई शहर में स्थित है। यह पार्क लगभग 270 वर्गकिलोमीटर तक फैल हुवा है। इसका निर्माण 1977 ईस्वी में किया गया था। यहाँ पर 400 ब्लैकबक्स, 24 सियार, 2,000 चित्तीदार हिरण को देख जा साथ है।

साथ ही यहाँ पर पक्षियों की 130 से अधिक प्रजातियां, मकड़ियों और तितलियों की 60 से अधिक प्रजातियां और स्तनधारियों की 14 प्रजातियों को देखा जा सकता है। इस पार्क में प्रत्येक वर्ष तकरीबन 700,000 से भी अधिक लोग घूमने के लिए आते है।

तोलकापिया पोंगा:- चेन्नई के अड्यार मुहाना क्षेत्र में स्थित इस पार्क को थोलकापिया पोंगा या अडयार इको पार्क के नाम से भी जाना जाता है। इसका स्थापना 22 जनवरी 2011 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के द्वारा किया गया था। यह 358 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। यह पार्क पर्यटकों को काफी लुभाता है।

तमिलनाडु की राजधानी का यातायात

वायु:- बंगलोर, मुम्बई और दिल्ली के बाद चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत का चौथा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है जिसने सन् 2013 और 2014 के बीच मे लगभग 15.2 मिलियन यात्रियों को सेर कराया था यानी कि चेन्नई एक दिन में लगभग 400 से भी अधिक उड़ाने का सेर करवाता है।

चेन्नई अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में वायुयान के द्वारा सफर किया जा सकता है। यह अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा विश्व के विभिन्न देशों से जुड़ा हुआ है। अगर कहा जय तो चेन्नई शहर से किसी भी स्थान या शहर को सुविधापूर्ण वायुयान द्वारा पहुंचा जा सकता है।

सड़कमार्ग:- चेन्नई की सड़कमार्ग अन्य बाकी शहरों और राजधानियों से काफी बेहतर है। चेन्नई शहर सड़कमार्ग द्वारा बाकी अन्य कई शहरों से जुड़ा है। इस शहर से मुख्य रूप से चार राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग 4, राष्ट्रीय राजमार्ग 5, राष्ट्रीय राजमार्ग 6 और राष्ट्रीय राजमार्ग 45 गुजरता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 4 चेन्नई को मुम्बई के साथ साथ पुणे और बंगलोर को जोड़ता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 5 कोलकाता जैसे शहरों को जोड़ता है और वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 6 भुनेश्वर और विशाखापत्तनम जैसे बड़े बड़े शहरों को जोड़ता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 45 चेन्नई शहर को थेनि से होते हुवे तिरुचिरापल्ली, विल्लुपुरम और डिंडीगुल जैसे शहरों को जोड़ता है। चेन्नई शहर से राष्ट्रीय राजमार्ग 205 भी गुजरता है जो तिरुपति से होते हुवे मदनपल्ले क्षेत्र को जोड़ता है।

चेन्नई शहर में आउटर रिंग रोड और इनर रिंग रोड का भी निर्माण करवाया गया है। शहर का आउटर रिंग रोड 62.3 किलोमीटर लंबी है जो राष्ट्रीय राजमार्ग 4, राष्ट्रीय राजमार्ग 45, राष्ट्रीय राजमार्ग 5 और राष्ट्रीय राजमार्ग 205 से जुड़ी हुई है। चेन्नई का सड़कमार्ग अन्य शहरों से काफी अच्छी है। सड़कमार्ग द्वारा अन्य बसें और गाड़ियों के साथ साथ निजी वाहन से भी यात्रा किया जा सकता है।

रेलमार्ग:- भारतीय दक्षिण रेलवे का मुख्यालय के चेन्नई में ही है। चेन्नई में कुल चार रेलवे टर्मिनल चेन्नई एग्मोर, तांबरम, चेन्नई सेंट्रल और चेन्नई बीच है। जहाँ चेन्नई एग्मोर तमिलनाडु के भीतर गंतव्यों का पहुंच प्राप्त करवाता है वहीं चेन्नई सेंट्रल चेन्नई शहर का सबसे बड़ा राष्ट्रव्यापी पहुंच प्रदान करवाता है। चेन्नई में मेट्रो रेल की भी सुविधा है जिसे 29 जून 2015 को शुरू किया गया था। चेन्नई का मेट्रो रेल पहला चरण में करीब 45.1 किलोमीटर की यात्रा तय करती है और दूसरा चरण में यह ट्रेन अब 104 किलोमीटर को घेरता है। यहाँ की रेलमार्ग भी अन्य राज्यों और राजधानियों से अच्छी है।

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Conclusion

दोस्तों आज हम आपको Tamilnadu ki Rajdhani kya hai इसके बारे में बताये है और Tamilnadu से जुडी काफी सारी बातें बताई है तो क्या आपको The Capital of tamil nadu के बारे में जानने में मजा आया यदि इससे रिलेटेड किसी तरह की कोई और जानकारी चाहिए तो हमें कमेंट में जरूर बताये जिससे हम आपके सवाल का जवाब दे सकें

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